हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राज्य के सभी अतिरिक्त उपायुक्तों और जिला विकास पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पंजाब के साथ लगते अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, फतेहाबाद व सिरसा जिलों में पंजाब के अप्रवासी भारतीयों के आने की भी संभावना है। इन जिलों में भी सरपंच विशेष ध्यान रखें और किसी को भी आने की अनुमति न दी जाए। यदि कोई आता भी है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जाए। सरपंचों को गांव में ठीकरी पहरा व चौकीदारों के माध्यम से विशेष मुनादी करवानी होगी।
उन्होंने कहा कि जहां-जहां से प्रवासी श्रमिक हरियाणा से उत्तर प्रदेश व राजस्थान जैसे अपने मूल राज्यों में लॉकडाउन के दौरान पैदल जा रहे हैं, उनके लिए स्कूलों, पंचायत भवनों व अन्य सरकारी भवनों को शैल्टर होम के रूप में परिवर्तित करके उनके ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था की जाए और इससे पहले इन भवनों को सैनिटाइज किया जाए।
डिप्टी सीएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी अतिरिक्त उपायुक्तों और जिला विकास पंचायत अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिए कि विदेशों से या दूसरे राज्यों या शहरों से पिछले 15 दिनों में गांवों में आए व्यक्तियों के बारे में मुख्यालय को सूचित किया जाए। अगर ऐसे व्यक्ति आते हैं तो पूरे गांवों का अच्छी प्रकार से सोडियम क्लोराइड स्प्रे से सैनिटाइजेशन करवाया जाए तथा ऐसे व्यक्तियों की तुरंत सूचना जिला प्रशासन को देकर क्वारंटीन किया जाए।
इसी प्रकार, जो पंचायतें कोरोना वायरस को रोकने के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगी, उन पंचायतों को देश के समक्ष एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा और उन्हें विशेष रूप से सम्मानित भी किया जाएगा। बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि सोनीपत जिले के राई खण्ड व फरीदाबाद जिले के गांव की पंचायतों के सभी सरपंचों ने अपने 6 महीने का मानदेय हरियाणा कोविड रिलीफ फंड में देने की घोषणा की है।